आधार कार्ड के लिए उमड़ी भीड़, नदारद रहे कर्मचारी

भारत सरकार के कड़े निर्देशों के बावजूद बैंक एवं डाकघरों के अफसर और कर्मचारी लोगों के आधार कार्ड बनाने को लेकर गंभीर नहीं है। आए दिन बैंकों और डाकघरों में पब्लिक और अफसरों के बीच झगड़े हो रहे हैं।


ताजा मामला नवयुग मार्केट स्थित मुख्य डाकघर से जुड़ा हुआ है। यहां पर महीने के आरम्भ में आधार कार्ड बनवाने के लिए टोकन लेने के लिए मारामारी रहती है। ऐसा ही कुछ सोमवार सुबह को देखने को मिला। जिले के ही नहीं बाहरी जिलों से भी लोग टोकन के लिए सुबह तीन बजे से ही आकर लाइन में खड़े हो गये। लाइन धीर- धीरे लम्बी होती चली गई।


अफसर और कर्मचारी नहीं पहुंचे तो पब्लिक ने हंगामा शुरू कर दिया। कोई डयूटी पर जाने से पहले आकर लाइन में लगा तो कोई अवकाश लेकर। इतना ही नहीं छोटे-छोटे बच्चों के साथ पहुंची महिलाओं को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा। पोस्ट ऑफिस के आगे ही नहीं पीछे तक लाइन देखकर आनन-फानन में पुलिस बुलानी पड़ी।


पुलिस के कहने पर करीब साढ़े नौ बजे से टोकन बांटने का काम शुरू किया गया। सीनियर पोस्ट मास्टर गुलशन नागपाल ने बताया कि साढे दस बजे तक डेढ़ हजार टोकन बांटे गये है। उनके मुताबिक प्रतिदिन 60 लोगों के आधार कार्ड बनाये जाते है। डेट डालकर टोकन बांटे गये है। ये टोकन पूरे महीने चलेंगे। बताया गया कि पहले टोकन रोज बांटे जाते थे लेकिन स्टाफ की कमी के चलते यह महीने में एक बार बंटने लगे।


विजयनगर से आए दीपक ने बताया कि वह अपने बच्चों के साथ सुबह चार बजे से लाइन में खड़ा है। महीपाल तो लम्बी लाइन देखकर लौट गया। विनोद तिवारी तो कम्बल लेकर लाइन में लगा दिखा। अरविन्द और सीमा तो बादलपुर से टोकन लेने पहुंची। सुनीता अपने दो बच्चों के साथ लाइन में लगी थी।
माधुरी अपने दो माह के बच्चे को गोद में लेकर टोकन का इंतजार कर रही थी। भीड़ में अधिकांश लोग नौकरी से छुट्टी करके लाइन में लगे हुए थे। कई को टोकन भी 20 से 30 दिसम्बर की डेट का मिला।


सीनियर पोस्ट मास्टर गुलशन नागपाल ने आरोप लगाया है कि डीएम के आदेश पर 45 बैंकों में आधार कार्ड बनाये जाने चाहिए लेकिन वहां कोई काम नहीं हो रहा है। यही वजह है कि डाकघर में अधिक पब्लिक आ रही है। उनका दावा है कि जल्द ही इंतजाम बेहतर किये जायेंगे।